नमस्कार दोस्तों, इस लेख के माध्यम से हम आपको भारत की उन कंपनी के बारे में बताएंगे जिन्हे नवरत्न का दर्जा प्राप्त है। क्या होता है नवरत्न दर्जा, इसे प्राप्त करने के नियम व् शर्ते, कौन सी कंपनी इस दर्जे में शामिल है आदि।
क्या होता है नवरत्न दर्जा?
नवरत्न दर्जे की शुरुआत सन 1997 में अच्छा प्रदर्शन करने वाली सार्वजनिक उपक्रमों को खास पहचान देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने अकबर के नवरत्नों की तर्ज पर ‘नवरत्न’ खिताब की शुरुआत की। भारत सरकार द्वारा समय-समय पर सार्वजनिक उपक्रमों के लिए महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न का दर्जा देने की पहल शुरू की है ताकि कम्पनिया वैश्विक बाजार में और अच्छे से प्रदर्शन कर उभर सके।
नवरत्न दर्जा प्राप्त करने के नियम और शर्तें।
कंपनी मिनीरत्न 'ए' का हिस्सा होनी चाहिए और उसने पिछले 5 सालों में से 3 साल excellent 'या' very good की रेटिंग हासिल की हो साथ ही साथ नवरत्न का दर्जा पाने के लिए कंपनी को केंद्र के तय छह मानकों के आधार पर 100 में से 60 अंक जरूरी है।
क्या है छह मानक आपको बताते है -
- निवल मूल्य से शुद्ध लाभ
- ब्याज भुगतान से पहले लाभ और कुल बिक्री पर लगा टैक्स
- प्रति शेयर कमाई
- जिस क्षेत्र की कंपनी है उस क्षेत्र में कंपनी का प्रदर्शन
- उत्पादन/सेवाओं की कुल लागत के लिए जनशक्ति लागत
- नियोजित पूंजी पर मूल्यह्रास, ब्याज और करों से पहले लाभ
नवरत्न श्रेणी में आने वाली कंपनियां।
वर्तमान भारत में 13 नवरत्न कंपनियां हैं, जिनके नाम कुछ इस प्रकार है -
1. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL)
मुख्यालय - बेंगलुरु
स्थापना - 1954
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 22 जून 2007
कुल कर्मचारी - 9,279
2. कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CONCOR)
मुख्यालय - नई दिल्ली
स्थापना - मार्च 1988
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 23 जुलाई 2014
कुल कर्मचारी - 1,464
3. इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (EIL)
मुख्यालय - नई दिल्ली
स्थापना - 15 मार्च 1965
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 24 जून 2014
कुल कर्मचारी - 2,806
4. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)
मुख्यालय - बैंगलोर
स्थापना - 23 दिसंबर 1940
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 22 जून 2007
कुल कर्मचारी - 28,345
5. महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL)
मुख्यालय - नई दिल्ली
स्थापना - 1 अप्रैल 1986
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 1997
कुल कर्मचारी - कोई जानकारी नहीं
6. नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (NALCO)
मुख्यालय - भुवनेश्वर
स्थापना - 1981
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 2008
कुल कर्मचारी - 6,496
7. नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NBCC)
मुख्यालय - दिल्ली
स्थापना - 1960
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 23 जून 2014
कुल कर्मचारी - 1,847
8. नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NMDC)
मुख्यालय - हैदराबाद
स्थापना - 1958
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 2008
कुल कर्मचारी - 5,887
9. नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NLC)
मुख्यालय - तमिलनाडु
स्थापना - 1956
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 11 अप्रैल 2011
कुल कर्मचारी - 12,675
10. ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL)
मुख्यालय - असम
स्थापना - 1959
नवरत्न दर्जा प्राप्त - अप्रैल 2010
कुल कर्मचारी - 7,097
11. पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC)
मुख्यालय - नई दिल्ली
स्थापना - जुलाई 1986
नवरत्न दर्जा प्राप्त - जून 2007
कुल कर्मचारी - 484
12. राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL)
मुख्यालय - विशाखापत्तनम
स्थापना - फ़रवरी 1982
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 16 नवंबर 2010
कुल कर्मचारी - 17,574
13. शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SCI)
मुख्यालय - मुंबई
स्थापना - 1961
नवरत्न दर्जा प्राप्त - 1 अगस्त 2008
कुल कर्मचारी - 675
नवरत्न का दर्जा प्राप्त होने के लाभ।
यह कंपनियां बिना सरकार की की मंजूरी के एक हजार करोड़ रुपये या एक परियोजना में उसके कुल मूल्य का 15 फीसदी तक निवेश कर सकती है अथवा एक साल में यहा कंपनी कुल मूल्य का 30 फीसदी निवेश कर सकती है।
इन कंपनियों को उपकरण खरीदने के लिए या पुराने उपकरण को बदलने के लिए कोई अधिकतम वित्तीय सीमा नहीं रखी गई है आदि .
अंतिम शब्द
क्या आपको भारत की नवरत्न कंपनियों के बारे में पता है? आशा करते है की आपको हमारा यहा लेख पसंद आया होगा। यदि आपके पास इस लेख से आधारित सवाल या सुझाव हो तो हमको कमेंट करके जरूर बताए धन्यवाद।