हमारे सनातन धर्म में घर या मंदिर के शिखर पर ध्वज लगाना बहुत ही शुभ और असरदायक माना गया है। इन ध्वज को लगाने के पीछे कई कारण होते है और इसके फ़ायदे भी अलग-अलग होते है। 

प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति के लोग अपने-अपने समुदाय के ध्वज लगाया करते थे, राजा महाराजा का प्रतीक भी उनका ध्वज ही होता था। तो चलिए जानते है ध्वज क्यों लगाए जाते है और उसके पीछे के कारण। 


Why are flags placed in temples and houses?


ध्वज कितने प्रकार के होते है। 

वैसे तो हर भगवान का अपना अलग ध्वज है, पर जो त्रिकोण के रूप का होता है उसको त्रिकोणाकार पताका कहते है। यह भी दो प्रकार के होते है एक सिर्फ त्रिकोणाकार होता है और दूसरे में दो त्रिकोणाकार एक साथ होते है। 

ध्वज बोला जाता है चतुष्कोणीय झंडे को जो हमारे राष्ट्र भारत का है। हिन्दू धर्म में पूजे जाने वाले हर देवी देवता अस्त्र शस्त्र तो रखते ही है साथ में पताका यानी ध्वज भी अपनी पहचान के रूप में रखते है। 

ध्वज को विजय और सकारात्मकता ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। प्राचीन काल से महाराजा या फिर युद्ध में, महाभारत में भी हर योद्धा और उसकी सेना का अपना अलग ध्वज होता था जिसके बारे में भी हमारे शास्त्रों में अच्छी तरह से वर्णित है। 

हमको भी अपने ग्रह नक्षत्र के हिसाब से या फिर अपने कुल देवता का झंडा अपने घर की छत्त पर अवश्य लगाना चाहिए क्योंकि इससे सारात्मक ऊर्जा रहती है नकारात्मक ऊर्जा का प्रकोप नहीं रहता। ग्रह कलेश से आपका घर मुक्त रहता है। 


भगवान और उनके ध्वज 

भगवान और उनके ध्वज के नाम - 

  1. भगवान विष्णु का ध्वज - गरुड़ ध्वज
  2. भगवान शिव का ध्वज - वृषभ ध्वज
  3. ब्रह्मा जी का ध्वज - हंस ध्वज
  4. माँ दुर्गा का ध्वज - सिंह ध्वज
  5. भगवान कार्तिकेय का ध्वज - मयूर ध्वज
  6. गणेश जी का ध्वज - कुम्भ ध्वज
  7. अग्निदेव का ध्वज - धूम ध्वज आदि 

घर और मंदिर में कौन सा ध्वज लगाया जाता है 

जैसा की हमने बताया हर भगवान का अपना अलग पताका होता है। वैसे ही हर इंसान अपने आराध्य के हिसाब से या अपने ग्रह नक्षत्र अथवा वास्तु के हिसाब से अपने ध्वज का चयन करता है। 

लेकिन घर की छत्त पर आप केवल तीन ही प्रकार के रंग वाले ध्वज लगा सकते है। जो है - गेरूआ, केसरिया और तीसरा रंग है पीला। माँ लक्ष्मी अथवा दुर्गा माता के लिए लाल रंग की पताका लगाई जाती है। 

मंगलवार अथवा शनिवार को हनुमान जी के मंदिर में लाल रंग का पताका लगवाने से समस्त संकटों से रक्षा होती है। भगवान नारायण के लिए पीला पताका और भगवान शिव को मानने वाले केसरिया पताका लगाते हैं।



इसका महत्व

  • आर्थिक नुकसान और धन हानि में सुधार आता है। 
  • हिन्दू धर्म के अनुसार अगर घर की छत्त के उत्तर-पश्चिम कोने में ध्वज लगाई जाए तो यह वास्तु की दृष्टि से अत्यंत शुभ होता है।
  • ध्वज लगाने से यश, कीर्ति और विजय प्राप्त होता है। 
  • घर के सदस्यों की तरक्की होती है अथवा रोग, शोक व दोष से मुक्ति प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।