हिन्दू धर्म ग्रंथो में भोलेनाथ की पूजा करने के नियम बताए गए है जिससे शिव प्रसन्न भी होते है। पर भोलेनाथ को इसलिए भोलेनाथ कहा जाता है क्योंकि वो स्वभाव से बड़े भोले है उन्हें प्रसन्न करना कोई मुश्किल नहीं बस उनके प्रति भक्तो की सच्ची श्रद्धा ही उन्हें प्रसन्न करने के लिए काफी है। 

भगवान शिव की पूजा का सबसे पवित्र दिन सोमवार को माना जाता है। इस लेख के माध्यम से हम भगवान शिव की पूजा करने की विधि के बारे में जानकारी देंगे निवेदन इसको अंत तक पढियेगा।


सुबह उठकर सबसे पहले करे ये कार्य 

सोमवार के दिन सबसे पहले सुबह उठकर स्नान कर भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। इसके बाद शिवलिंग नाग देवता और नंदी महाराज पर गंगाजल चढ़ा कर उनपर पुष्प अर्पित करे और उनसे अपने सभी कष्ट हरने की प्र्थना करे साथ ही साथ माता पारवती की भी आराधना करे। 


इन बातो का रखे ध्यान 

कुछ चीज़े है जो आपको ध्यान में रखनी है क्योंकि उनका भगवान शिव की पूजा में उपयोग करके आप भगवान शिव को रुष्ट कर सकते है। 

फूल 

भगवान शिव की पूजा के समय केवड़े अथवा केतकी के फूल का उपयोग नहीं करना चाहिए। अगर आपके पास कोई विकल्प नहीं है तो भगवान शिव पर लाल रंग के कमल और कनेर के फूल को अर्पित कर सकते है। 

शंख का प्रयोग न करे 

मान्यता है की भगवान शिव ने श्री नारायण भक्त राक्षस शंकचूड़ का वध कर उसको मोक्ष की प्राप्ति करवाई थी। इसलिए भगवान शिव की पूजा में शंख का उपयोग गलत माना गया है। श्री हरी की पूजा में शंख का प्रयोग किया जाता है।

नारियल का पानी 

नारियल को माता लक्ष्मी के स्वरूप के रूप में जाना जाता है। इसलिए नारियल के पानी को भगवान शिव पर अभिषेख के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। 

कुमकुम/रोली 

हिन्दू धर्म के शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव पर कुमकुम और रोली का इस्तेमाल वर्जित बताया गया है भोलेनाथ की पूजा में इसका प्रयोग भूल कर भी मत करे। 

तिल 

मान्यता है की तिल भगवान भोलेनाथ को पसंद नहीं है, इसलिए तिल का इस्तेमाल भगवान शिव की पूजा में करने की मनाई है। 

हल्दी 

भगवान शिव की पूजा में हल्दी के उपयोग करने की मनाई है। क्योंकि शिवलिंग पुरुषत्व का प्रतीक माना जाता है, इसी वजह से महादेव को हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए। 

टुटा हुआ चावल 

मान्यता है की पूजा के दौरान टूटे हुए अक्षत का उपोग करना अशुभ होता है। इसलिए पूजा के दौरान साबूत चावल/अक्षत का उपयोग करे। 


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काले रंग के कपड़े  

शिव पूजा कभी भी काले वस्त्र पहनकर न करे। मान्यता है की नीले व सफ़ेद वस्त्र पहनकर भगवान शिव की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।


Keep these things in mind while worshiping Lord Shiva


भगवान शिव की पूजा में इनका करे उपयोग 

भगवान शिव को पसंद है यह चीज़े इनका पूजा में इस्तेमाल कर आप कर पाएंगे भगवान शिव को प्रसन्न। आइये जानते है भगवान शिव की प्रिय चीज़े। 


दूध/जल 

गंगाजल शिवलिंग पर अर्पित करना बड़ा शुभ माना गया है। लेकिन अगर आपके पास गंगाजल नहीं है, तो आप शुद्ध जल का भी प्रयोग कर सकते है साथ ही साथ उसमे थोड़ा कच्चा दूध मिला ले और तब शिवलिंग पर चढ़ाए। 

चन्दन 

चन्दन का लेप भगवान शिव को बहुत प्रिय है। पूजा करते समय चन्दन के लेप से भगवान शिव, उनके नाग, अथवा नंदी पर तिलक लगाए।   

भांग/धतुरा 

भगवान शिव की पूजा में भांग अथवा धतूरे का इस्तेमाल करे। भांग के पत्ते और धतूरे का फल भगवान पर अर्पित करे इससे आपकी बुराइओं का निवारण होगा। 


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केसर 

भगवान शिव को केसर भी काफी पसंद है। मान्यता है की अगर आप भोलेनाथ को केसर वाला दूध अर्पित करते है तो इससे आपकी सभी मनोकमनाए पूर्ण होंगी। 


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बेलपत्र 

बेल-पत्र भगवान भोलेनाथ को सबसे अधिक प्रिय है। इसको भगवान शिव की तीसरी आंख भी बताया गया है। इसमें अनेको बिमारियों से निवारण के गुण होते है। इसलिए तीन पत्ते वाले बिल्‍वपत्र को भगवान पर अर्पित करे इससे आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी।